Hot Posts

6/recent/ticker-posts

UPSSSC Cane Supervisor syllabus 2025 and Exam pattern

हैलो दस्तों नमस्कार, आज इस पोस्ट में हम बात करेंगे गन्ना पर्यवेक्षक के पाठ्यक्रम (Cane Supervisor syllabus) के बारे में, कि इस परीक्षा के पाठ्यक्रम में कौन कौन सी विषय शामिल होंगे, प्रश्नों की संख्या, परीक्षा अवधि, क्या होगी।


UPSSSC गन्ना पर्यवेक्षक पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न

यह परीक्षा उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) के द्वारा आयोजित की जाएगी।  इस परीक्षा में प्रश्नों की प्रकृति वस्तुनिष्ठ प्रकार की होगी। प्रश्नों की कुल संख्या 100 होगी जो कि कुल 100 नंबर की होगी। समय अवध की बात करें तो समय अवध 2 घंटे अर्थात 120 मिनट की होगी। ध्यान रहे की परीक्षा में 1/4 का नकारात्मक अंकन होगा, जो कि चार गलत प्रश्नों पर एक सही प्रश्न काटा जाऐगा।

गन्ना पर्यवेक्षक का नया पाठ्यक्रम 2025


आयोग उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC)
पोस्ट नाम  गन्ना पर्यवेक्षक (Cane Supervisor)
कुल रिक्तियां  1200 लगभग
प्रश्नों की संख्या 100
समय 2 घंटे (120 मिनट)
नकारात्मक अंक 1/4 अंक
चयन प्रक्रिया  लिखित परीक्षा व अभिलेख सत्यापन 
योग्यता  कृषि विज्ञान में स्नातक व NIELIT द्वारा प्रदत्त "CCC" Certificate 
आधिकारिक वेबसाइट  https://upsssc.gov.in

 गन्ना पर्यवेक्षक पाठ्यक्रम 2025- परीक्षा पैटर्न व विषय

Part - A
क्र.स. विषय   प्रश्नों की संख्या अंकों की संख्या अवधि
1.  फसल विज्ञान2525
2.  जैव प्रौद्योगिकी,  पादप प्रजनन व फसल शरीरक्रिया विज्ञान10 10
3. मृदा और जल प्रबन्धन 15 15
4.  पशुपालन एवं डेयरी विज्ञान0505
5. कृषि विस्तार05 05
6. कृषि अर्थशास्त्र व योजनाएं05 05


 Part-B
क्र.स. विषय   प्रश्नों की संख्या अंकों की संख्या अवधि
1.  उत्तर प्रदेश से सम्बंधित सामान्य जानकारी2020

Part-C
क्र.स. विषय   प्रश्नों की संख्या अंकों की संख्या अवधि
1.  कम्प्यूटर और सूचना प्रौद्योगिकी की अवधारणा 1515
कुल 
100 प्रश्न100 मार्क  2 घंटे 

UP CANE SUPERVISOR SLLYBUS AND EXAM PATTERN 2025


भाग -1 (65 प्रश्न-100, अंक- 100) 

1. फसल विज्ञान 

  • फसलों का वर्गीकरण, प्रदेश में उगाई जाने वाली प्रमुख खाद्यान्न, दलहनी, तिलहनी, मिलेट्स, रेशेदार, नगदी फसलें मसाले एवं चारावाली फसलें फल फूल एवं सब्जी तथा फसलों की खेती की उत्पादन तकनीक एवं शस्य क्रियाएं।
  • फसल कटाई उपरांत उपज प्रबंधन ।
  • फल एवं सब्जी का संरक्षण व प्रोसेसिंग।
  • फसल चक्र के सिद्धांत, फसल प्रणाली, बहुत पसली, अंत:फसली, प्राकृतिक खेती, जैविक खेती का महत्व एवं प्रकार सामाजिक एवं आर्थिक उपयोग।
  • कृषि रक्षा के सामान्य सिद्धांत, उद्देश्य एवं इसका महत्व एवं उनमें प्रयोग होने वाले मुख्य उपकरण व रसायनों का नाम एकीकृत नाशीजीव प्रबंधन।
  • प्रमुख फसलों के कीट एवं रोग तथा उनका प्रबंधन।
  •  बीज, बीज का प्रकार एवं उत्पादन तथा बीज शोधन की विधियां।
  • उपज भंडारण की विधियां, सिद्धांत तथा भंडारण व उपज की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाले कारक तथा उनका प्रबंधन।

2. जैव प्रौद्योगिकी, पादप प्रजनन व क्राॅप फिजियोलॉजी

  • जैव विज्ञान का कृषि में महत्व एवं उपयोग।
  • अनुवांशिक एवं पादप प्रजनन के सिद्धांत, उपयोग एवं महत्व। 
  • प्रकाश सश्लेषण शोषण वष्पोत्सर्जन, पौधों की एनाटॉमी एवं मेटाबॉलिज्म। 

3. मृदा एवं जल प्रबंधन 

  • मृदा के गुण इसके अवयव, मृदा बनने की प्रक्रिया, मृदा अपरदन के प्रकार एवं इसकी रोकथाम।
  • मृदा में पाए जाने वाले आवश्यक पषक तत्व, महत्व तथा कमी से होने वाले विकार। 
  • उर्वरकों का वर्गीकरण एवं पोषक तत्वों की मात्रा तथा उपयोग की विधियां।
  • एकीकृत पोषक तत्व प्रबंधन, जैव उर्वरक/जैविक खादों के प्रकार महत्व लाभ।
  • मृदा सर्वेक्षण मृदा नमूना लेने की तथा रोकथाम संरक्षण तकनीक। 
  • सिंचाई के साधन विधियां तथा उनके लाभ
  • जल विकास के मूल अवधारणाएं एवं विधियां 
  • जल संचयन क्षेत्र प्रबंधन (वाटरशेड मैनेजमेंट) 
  • प्रदूषण के प्रकार एवं पर्यावरण संरक्षण 

4. पशुपालन एवं दुग्ध विज्ञान 

  • पशुपालन में काम आने वाली पशुओं की विभिन्न नस्ल और पोषण प्रबंधन।
  • पशु प्रजनन उद्देश्य एवं विधियां
  • दुग्ध उत्पादन एवं वितरण
  • कुक्कुट पालन, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन तथा रेशम कीट पालन 
  • पशुओं की प्रमुख बीमारी लक्षण निदान एवं उपचार।

5. कृषि प्रसार 

  • कृषि प्रसार एवं ग्रामीण विकास के सिद्धांत 
  • कृषि प्रसार- दृश्य एवं श्रव्य साधन, उनका वर्गीकरण महत्व। 
  • प्रशिक्षण- लक्ष्य महत्व एवं प्रकार।
  • भारत सरकार व प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न ग्रामीण विकास एवं किसानों के उत्थान के लिए योजनाएं।

6. कृषि अर्थशास्त्र एवं योजनाएं 

  • 1 ट्रिलियन इकोनामी हेतु उत्तर प्रदेश का कृषि कार्यों के माध्यम से योगदान।
  • कृषि संबंधी आर्थिक सुधार। 
  • कृषि का योजना निर्धारण 
  • कृषि सांख्यिकी के सिद्धांत 
  • कृपया अर्थशास्त्र का सिद्धांत एवं उपयोगिता ।
  • फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
  • कृषि विपणन 

भाग-2 (15 प्रश्न-15 नम्बर) कम्प्यूटर 

  • कम्प्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी का परिचय, कम्प्यूटर के घटक, कम्प्यूटर का इतिहास, कम्प्यूटर का वर्गीकरण व कम्प्यूटर के कार्य
  • साफ्टवेयर: साफ्टवेयर का परिचय, अनुप्रयोग साफ्टवेयर, यूटीलिटी साफ्टवेयर, 
  • माइक्रोसॉफ्ट आफिस: MS WORD, MS EXCEL, MS POWER POINT
  • हार्डवेयर (Hardware)
  • आपरेटिंग सिस्टम: माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, ग्राफिक्स यूजर इंटरफेस, आइकन, विंडोज डेक्सटाप, टास्कबार, स्टार्ट मेनू, टूलवार, शार्टकट बटन, डायलाग बाक्स।
  • स्प्रेडशीट
  • E-mail, Internet, www वर्ल्ड बाइड बेब का परिचय 
  • ई- गवर्नेंस की जानकारी/डिजिटल वित्तीय उपकरण, और अनुप्रयोग
  •  भविष्य के कौशल और साइबर सुरक्षा का अवलोकन 
  • AI आर्टिकल फीसियल इंटलीजेंस, डीप लर्निंग, मशीन लर्निंग, इंटरनेट आफ थिंग्स, बिग डेटा प्रोसेसिंग आदि।

    भाग- 3 (20 प्रश्न-20 नम्बर) उत्तर प्रदेश स्पेशल 

    • उत्तर प्रदेश राज्य से संबंधित सामान्य जानकारी
    • उत्तर प्रदेश: भौतिक संरचना एवं जलवायु 
    • उत्तर प्रदेश: कृषि, मिट्टी एवं पशुपालन 
    • उत्तर प्रदेश: नदी तंत्र, झीलें, सिंचाई
    • उत्तर प्रदेश: परिवहन तंत्र 
    • उत्तर प्रदेश: जनगणना 
    • उत्तर प्रदेश: सांस्कृतिक तत्व (कला, उत्सव, मेलें, पर्व)
    • उत्तर प्रदेश: प्रमुख व्यक्तित्व 
    • उत्तर प्रदेश: शिक्षा, साहित्य एवं पत्र पत्रिकाएं 
    • उत्तर प्रदेश अनुसूचित जनजातियां 
    • उत्तर प्रदेश की कल्याणकारी योजनाएं 
    • उत्तर प्रदेश का ग्राम्य व नगरीय विकास 
    • उत्तर प्रदेश: संग्रहालय, संगठन, संस्थान विशेष स्थल पार्क व सिटी
    • उत्तर प्रदेश का राजनीतिक एवं प्रशासनिक ढांचा 
    • उत्तर प्रदेश का इतिहास 
    • उत्तर प्रदेश का सम सामयिक घटनाएं 

FAQ: 

Q-1 क्या करना पर्यवेक्षक में ट्रिपल सी "CCC" अनिवार्य है?
Ans- हां गन्ना पर्यवेक्षक में "CCC" अनिवार्य है।

Q-2 गान्ना पर्यवेक्षक के लिए अधिकतम योग्यता क्या होनी चाहिए? 
Ans- गन्ना पर्यवेक्षक के लिए कृषि विज्ञान में स्नातक (B.Sc. Agriculture ) और कम्प्यूटर में CCC सार्टीफिकेट होना चाहिए।

Post a Comment

0 Comments